ऐतिहासिक अनुसूया माता मेले के लिए एसपी चमोली ने स्वयं की तैयारी की ज़मीनी समीक्षा,कहा सुरक्षा व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता।
धार्मिक आस्था के केंद्र और शक्तिपीठ सती शिरोमणी माता अनुसूया मंदिर में 03 और 04 दिसंबर को आयोजित होने वाले ऐतिहासिक दो दिवसीय मेले की सुरक्षा और व्यवस्था को 'सर्वोच्च प्राथमिकता' देने के लिए चमोली पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
मेले की सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की कोताही न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए 29 नवंबर, 2025 को *एसपी चमोली सुरजीत सिंह पँवार* ने *मेला मार्ग की प्रमुख चौकी 'मंडल' का औचक निरीक्षण* कर तैयारियों की गहराई से जानकारी ली। उन्होंने *मंडल में निर्माणाधीन पुलिस चौकी भवन* का भी विशेष निरीक्षण किया। एसपी ने संबंधितों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए ताकि भविष्य में जवानों को बेहतर और पर्याप्त सुविधाएँ मिल सकें।
एसपी चमोली ने *बैरागना स्थित पार्किंग स्थल का निरीक्षण* भी किया।मौके पर ही अधिकारियों से पार्किंग की क्षमता, प्रवेश-निकास बिंदुओं और पैदल यात्रा मार्ग की विस्तृत जानकारी ली।
इसके बाद, एसपी चमोली सीधे रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के बॉर्डर पर स्थित *'धोतीधार चौकी'* पहुँचे। उन्होंने बॉर्डर सीमा पर मुस्तैद, व मुख्यालय से दूरस्थ क्षेत्र में तैनात जवानों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, उनका हाल-चाल जाना और उनकी व्यक्तिगत तथा विभागीय समस्याओं को संवेदनशीलता से सुना।
श्रद्धालुओं के वाहनों के भारी आवागमन से जाम की संभावित स्थिति से निपटने के लिए, पुलिस ने एक दूरदर्शी यातायात प्लान तैयार किया है। *यातायात निरीक्षक योगेश सक्सेना और यातायात उपनिरीक्षक दिगंबर उनियाल* ने आज मंडल से पहले बैरागना के पास एक बड़े खेल मैदान का स्थलीय निरीक्षण किया और उसे पार्किंग स्थल के रूप में चिह्नित किया।अब सभी श्रद्धालु अपने वाहन इसी बैरागना मैदान में सुरक्षित पार्क करेंगे और वहाँ से पैदल ही मंडल की ओर प्रस्थान करेंगे। यह अभूतपूर्व व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि मंदिर क्षेत्र और मंडल बाजार वाहनों के दबाव से पूरी तरह मुक्त रहे, जिससे यात्रियों को सुगमता मिलेगी।
इस भव्य आयोजन की सफलता के लिए, 28 नवंबर, 2025 को *प्रभारी निरीक्षक गोपेश्वर नरेश राठौड* की अध्यक्षता में मंडल में एक महत्वपूर्ण गोष्ठी आयोजित की गई। इस बैठक में मंदिर समिति के पदाधिकारियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और व्यापार मंडल के लोगों ने सक्रिय रूप से सुझाव दिए। पुलिस और स्थानीय समुदाय के बीच इस सकारात्मक समन्वय से यह स्पष्ट हो गया है कि अनुसूया मेला इस बार सुरक्षा, सुविधा और सहयोग का एक मिसाल बनेगा।





